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देश प्रेम पर छोटी कविताएँ :- मेरा देश है सबसे महान और मैं हूँ एक भारतवासी

by Sandeep Kumar Singh

देश की एकता और अखंडता का बखान करती हुयी देश भक्ति की भावना से भरी हुयी देश प्रेम पर छोटी कविताएँ ।

पहली कविता: मेरा देश है सबसे महान।
दूसरी कविता: मैं हूँ एक भारतवासी।

देश प्रेम पर छोटी कविताएँ

देश प्रेम पर छोटी कविताएँ

१. मेरा देश है सबसे महान

यूँ तो देश कई धरती पर
पर मेरा देश है सबसे महान
कहें इसे सप्तसिंधु, इंडिया
भारत और हिन्दुस्तान
यूँ तो देश कई धरती पर
पर मेरा देश है सबसे महान।

एकता का ये पाठ सिखाये
कुदरत का हर रंग दिखाए
ईद हो या फिर हो दिवाली
मिल कर हम सब त्यौहार मनाये,
इंसानियत से है नाता सबका
इक दूजे में बसते प्राण
यूँ तो देश कई धरती पर
पर मेरा देश है सबसे महान।

पवन, पवित्र और सुन्दर है
धरती ये गुरुओं पीरों की
घर-घर में सुनाई जाती गाथा
योद्धाओं और वीरों की
इसलिए मेरी मातृभूमि पर
मुझे हर क्षण ही है अभिमान
यूँ तो देश कई धरती पर
पर मेरा देश है सबसे महान।

यूँ तो देश कई धरती पर
पर मेरा देश है सबसे महान
कहें इसे सप्तसिंधु, इंडिया
भारत और हिन्दुस्तान
यूँ तो देश कई धरती पर
पर मेरा देश है सबसे महान।

पढ़िए कविता :- ये हमारा हिंदुस्तान है।


२. मैं हूँ एक भारतवासी

न धर्म न कोई मजहब मेरा
बस मैं हूँ एक भारतवासी
अजमेर भी प्यारा है मुझको
और मुझे प्यारा है काशी
न धर्म न कोई मजहब मेरा
बस मैं हूँ एक भारतवासी।

ईद की सेवई हो या दीवाली की हो मिठाई
इस पेट ने न कभी कोई ऊँगली उठायी
दिल से रखना दिल का रिश्ता
इस देश ने ही ये रीत सिखाई
सदा हैं रहते हम मुस्कुराते
चेहरे पर कभी न आती उदासी
न धर्म न कोई मजहब मेरा
बस मैं हूँ एक भारतवासी।

इस धरा पे मुझको कोई भी मिले
मैं प्रणाम करूँ मैं सलाम करूँ
न वैर रखूं मैं किसी से कभी
चुपचाप मैं अपना काम करूँ,
अपने ही हैं सब कोई गैर नहीं
हैं जितने भी यहाँ के निवासी
न धर्म न कोई मजहब मेरा
बस मैं हूँ एक भारतवासी।

न धर्म न कोई मजहब मेरा
बस मैं हूँ एक भारतवासी
अजमेर भी प्यारा है मुझको
और मुझे प्यारा है काशी
न धर्म न कोई मजहब मेरा
बस मैं हूँ एक भारतवासी।

पढ़िए कविता :- मत बांटों इन्सान को।

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धन्यवाद।

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11 comments

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Om Rathore January 12, 2022 - 10:56 PM

Ok ab jab bi aap ki poem share krenge link bi sath hi share krenge

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Devendra Gopal Pujari July 10, 2021 - 6:53 PM

Very motivating lines ????????????????❤️❤️❤️❤️❤️❤️

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh July 19, 2021 - 10:37 PM

Thank You Devendra ji….

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Ashwini March 3, 2021 - 4:08 PM

Bohat achhi kavita h

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aziza zafar March 2, 2019 - 4:48 PM

Nice poetic lines

Reply
Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh March 2, 2019 - 5:26 PM

Thanks Aziza…

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Taukeer Shaan August 12, 2018 - 9:05 AM

very good lines brother

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh August 12, 2018 - 11:06 AM

Thanks Taukeer Shaan Brother. ..

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Jia July 20, 2018 - 7:22 PM

Good poem.

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh July 21, 2018 - 6:02 PM

Thanks Jia..

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Sonu kumar June 19, 2018 - 8:29 PM

Though it was very helpful for my school holiday homework . Thanks to the poet

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