रिश्ते तो कई होते हैं दुनिया में लेकिन एक रिश्ता बहुत ही खास होता है। ये रिश्ता है भाई और बहन का। भाई और बहन चाहे कितनी ही दूर क्यों न हों। उनके बीच का प्यार कभी कम नहीं होता। माँ के बाद बहन ही होती है जो एक आदमी के लिए हमेशा दुआ मांगती रहती है और उसका ख्याल रखती है।
बहन छोटी हो या बड़ी, वो हमेशा भाई का ख्याल रखती है और अपने भाई से बहुत प्यार करती है। वैसे तो भाई-बहन का प्यार सदा बरक़रार रहता है लेकिन एक ऐसा पर्व है जो इस प्यार को कई गुना बाधा देता है वो है रक्षाबंधन का त्यौहार। इसी प्यार के एहसास को मैंने शायरी में प्रस्तुत करने की कोशिश की है। आइये पढ़ते हैं :- ” रक्षाबंधन पर शायरी ”
( राखी, गिफ्ट, मिठाइयाँ, राखी स्टोर में जाए: https://amzn.to/2WWQGBk )
रक्षाबंधन पर शायरी
1.
भाई की कलाई पर राखी बांधे बहना
मांगती है वादा सदा संग ही रहना,
बना रहे यूँ ही रिश्ता बना रहे ये प्यार
सबको मुबारक हो रक्षाबंधन का त्यौहार।
2.
न मांगे वो धन और दौलत, न मांगे उपहार
चाहत बहन की इतनी कि बस बना रहे ये प्यार,
गम न कोई पास में आये खुशियाँ मिले हजार
ऐसा ही सन्देश है लाता राखी का ये त्यौहार
ऐसा ही सन्देश है लाता राखी का ये त्यौहार।
3.
कितने दिनों के बाद
सूनी कलाई पर बहना का प्यार आया है,
सब भाई-बहनों को मुबारक हो
जो ये राखी का त्यौहार आया है।
4.
कलाई पर सजा के राखी
माथे लगा दिया है चंदन,
सावन के पावन मौके पर
सबको हैप्पी रक्षा बंधन।
5.
भाई की खुशियों की खातिर
मांगे बहन दुवाएं
दुःख की घड़ियाँ भाई के
जीवन में कभी न आएं,
बाँध रही है राखी बहना
माथे चंदन तिलक लगाए
ऐसे शुभ अवसर पर सबको
रक्षाबंधन की शुभकामनाएं।
6.
जितना मुझसे लड़ती है
उतना ही प्यार जताती है
रूठ जाऊं मैं जो कभी
मुझको वो मनाती है,
घर को सुंदर बनाती
वो परिवार का गहना है
मेरी कलाई पर बांधे राखी
वो मेरी प्यारी बहना है।
7.
वो सदा ख्याल रखता है उसका
और उसे सिर आँखों पर बिठाता है,
दुनिया का हर भाई अपनी बहन को
जी-जान से भी ज्यादा चाहता है।
8.
सावन के महीने में जो पावन पर्व ये आता है
हर बहन को ये अपने भाई से मिलवाता है
रक्षा बंधन का ये त्यौहार है ऐसा
भाई-बहन के लिए जो ढेरों खुशियाँ लाता है।
9.
वो उसे लगती परी, वो उसे लगता फ़रिश्ता है,
भाई-बहन का कुछ ऐसा ही रिश्ता है।
10.
हर रिश्ते से ये रिश्ता जुदा है
क्योंकि इसमें प्यार का सागर बसा है,
उसके गम को हमेशा दूर किया है भाई ने
और उसकी खुशियों में उसके संग हंसा है।
11.
बाजारों में था लग रहा अब तक जिसका मोल,
जैसे कलाई पर बंधी हो गई वो अनमोल।
12.
जब भी मुसीबत पड़ेगी हम पर
हमारे हक़ में दुवायें कौन मांगेगा,
जब बहनें ही न रहेंगी इस दुनिया में
तो राखी कौन बांधेगा?
13.
तेरी तरफ जो रुख करेंगी गरम हवाएं तो
तो उनको भी जला कर ख़ाक कर दूंगा
ओ मेरी प्यारी बहना जो तुझे किसी ने सताया
तो ये कायनात भी जला कर राख कर दूंगा।
14.
बचपन की वो शैतानियाँ मुझे आज भी याद आती हैं,
उस वक़्त तो बस मेरी आँखें भर जाती हैं,
दिल को मिल जाता है सुकून और रूह खुश हो जाती हैं
जब रक्षाबंधन पर मेरी बहना राखी लेकर आती है।
15.
साधारण सा धागा नहीं ये विश्वास की एक डोर है,
कोई तोड़ सके इसे न किसी में इतना जोर है
कौन कहता है की अंत हो जाता है हर रिश्ते का
ये वो रिश्ता है जिसका न कोई ओर न कोई छोर है।
( राखी, गिफ्ट, मिठाइयाँ, राखी स्टोर में जाए: https://amzn.to/2WWQGBk )
इस शायरी संग्रह का विडियो यहाँ देखें :-
रक्षा बंधन स्पेशल शॉपिंग | भाई के लिए गिफ्ट | बहन के लिए गिफ्ट | राखियाँ
आपको यह ” रक्षाबंधन पर शायरी ” शायरी संग्रह कैसा लगा? इसके बारे में हमें अवश्य बतायें। इस शायरी को सोशल प्लेटफॉर्म्स पर जरूर शेयर करें। आप सबको अप्रतिम ब्लॉग की तरफ से रक्षाबंधन की बहुत-बहुत शुभकामनायें।
पढ़िए भाई-बहन से संबंधित ये सुंदर रचनाएं :-
- रक्षाबंधन का इतिहास – निबंध, महत्व एवं जानकारी | राखी त्यौहार की जानकारी
- रक्षाबंधन पर दोहे | राखी त्यौहार पर दोहे | रक्षाबंधन स्टेट्स, एसएमएस, बधाइयाँ
- बहन के लिये कविता “बहना यूँ ही बना रहे तेरा मेरा ये प्यार”
धन्यवाद।
Beautiful Rksha Bandhan Shayari
बहुत ही सुंदर
Rakshabandhan par bahut shandar shayari h
Https://www.myhindishayari.in/
jaane kese inhe bahar ched jaate hai log….
jabki ghar me inhe behana bulaate hai log….
Jordar hkm
Bhundwaji Naresh जी धन्यवाद।
Acha Shayari tha
Thanks
Thanks Md. Badshah Ansari bhai….
शायरी दिल को छू गईरक्षाबंधन की
धन्यवाद संजय भाई।
good
Nice
धन्यवाद सुरेश जी।
Dhara 347ko maddenajar rakhate hue ye Adalat India ki koi bhi beti Subhash Khant Ko Bhai yani apna Bhai banane ki Saja sunati he from SUBHASH KHANT
bhai and bahana ka bara tounhar hai rakshabandan all broter very happy rakshabandan
आपको भी रक्षाबंधन की शुभकामनाएं sushila जी।
शायरी दिल को छू गई
रक्षाबंधन की
धन्यवाद Nageshwar Dhakad जी।