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इस जगत में भगवान से भी ऊपर किसी को स्थान मिला है तो वह गुरु को मिला है। गुरु ही है जिसकी बदौलत हम भगवान को जान पाते हैं और उस से मिलने की राह जान पाते हैं। आप पढ़ रहे हैं दुनिया के भाग्य को रचने वाले उसी महान शिक्षक के चरणों में समर्पित शिक्षक दिवस पर छोटी सी कविता :-
शिक्षक दिवस पर छोटी सी कविता
शिक्षक होते हैं सचमुच में
मानव – जीवन के निर्माता,
अंधकार से भरे हृदय में
ज्ञान – किरण के अनुपम दाता।
अक्षर की दुनिया से हमको
शिक्षक ही परिचित करवाते,
भले – बुरे का भेद बताकर
सच्ची राह हमें दिखलाते।
सिखलाते हैं नई – नई वे
जीवन की उपयोगी बातें,
नए ढंग से सोच – समझ की
शिक्षक ही देते सौगातें।
कदम – कदम पर कर उत्साहित
शिक्षक आगे हमें बढ़ाते,
बड़े धैर्य से शिक्षा देकर
उन्नति के सोपान चढ़ाते।
ध्येय यही रहता शिक्षक का
सँवर शिष्य का जाए जीवन,
उनके वचन कर्म में हरदम
रहता शिष्यों का हित – चिन्तन।
जो भविष्य के कर्णधार हैं
शिक्षक उन बच्चों को गढ़ते,
नैतिकता का मूल पाठ भी
बच्चे शिक्षक से ही पढ़ते।
शिक्षक की अच्छे समाज के
रही गठन में भागीदारी,
देश बनाने को वे सुन्दर
लगा शक्ति देते हैं सारी।
अपने आदर्शों के कारण
देव – तुल्य होते हैं शिक्षक,
नमन करें इनको हम सब ही
मानवता के जो हैं रक्षक।
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