पंडित जवाहरलाल नेहरु जी के जन्मदिवस,जोकि बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वो बच्चों से बहुत प्यार करते थे और उन्हें ही देश का भाग्य विधाता मानते थे। आइये पढ़ते हैं उनकी इसी सोच को समर्पित बाल दिवस पर छोटी सी कविता :-
बाल दिवस पर छोटी सी कविता
प्यारे बच्चे गर खिले,
कोमल कुसुम समान ।
ये खिल जाय तो महके,
सारा हिन्दुस्तान ।।
इस मासूम सूरत में,
फूलों सी मुस्कान ।
रूठे व माने पल में,
करे नहीं अभिमान ।।
मधुर तोतली बोल पे,
फिदा सभी की जान ।
इनके निश्छल भाव पे,
ईश्वर भी कुर्बान ।।
बच्चे सब सच्चे लगे,
वो अमूल्य वरदान ।
जो आगे चलकर रखे,
देश-धर्म का मान ।।
भाग्य विधाता देश के,
ये भारत की शान ।
ये खिल जाय तो महके,
सारा हिन्दुस्तान ।।
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