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श्री कृष्ण पर कविता , भगवन श्री कृष्ण के चरणों में समर्पित एक भक्तिमय रचना :-
श्री कृष्ण पर कविता
बसो मेरे नैनन में नंदलाल
मोहनी मूरत सांवरिया की
नैना कटीले कमाल ।
बसो मेरे नैनन में नंदलाल।
तेरी मुरलिया पे बलि बलि जाऊँ
रज बन चरणों में बस जाऊँ ।
मेरे मन मोहन गोपाल।
बसो मेरे नैनन में नंदलाल।
छम छम बाजत पग पायलिया
चैन चुराये तेरी बाँसुरिया ।
तेरी टेढ़ी मेढ़ी चाल चाल ।
बसो मेरे नैनन में नंदलाल।
तेरे लिये सारा जग छोड़ा
तुमसे सांवरे नाता जोड़ा ।
ये जग माया जंजाल।
बसो मेरे नैनन में नंदलाल।
तेरे सिवा नहीं कोई सहारा
तूही है मोहन मेरा रखवाला ।
अब बाँह पकड़ तू सम्भाल ।
बसो मेरे नैनन में नंदलाल।
ओढी चुनरिया तेरे नाम की
मेंहदी रचाई श्याम नाम की
तेरे नाम की बिंदिया भाल ।
बसो मेरे नैनन में नंदलाल।
पढ़िए :- भगवान कृष्ण को समर्पित “कृष्ण भक्ति शायरी”
यह कविता हमें भेजी है श्रीमती केवरा यदु ” मीरा ” जी ने। जो राजिम (छतीसगढ़) जिला गरियाबंद की रहने वाली हैं। उनकी कुछ प्रकाशित पुस्तकें इस तरह हैं :-
1- 1997 राजीवलोचन भजनांजली
2- 2015 में सुन ले जिया के मोर बात ।
3-2016 देवी गीत भाग 1
4- 2016 देवीगीत भाग 2
5 – 2016 शक्ति चालीसा
6-2016 होली गीत
7-2017 साझा संकलन आपकी ही परछाई।2017
8- 2018 साझा संकलन ( नई उड़ान )
इसके अतिरिक्त इनकी अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनायें प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्हें इनकी रचनाओं के लिए लगभग 50 बार सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें वूमन आवाज का सम्मान भी भोपाल से मिल चुका है।
लेखन विधा – गीत, गजल, भजन, सायली- दोहा, छंद, हाइकु पिरामिड-विधा ।
उल्लेखनीय- समाज सेवा बेटियों को प्रशिक्षित करना बचाव हेतु । महिलाओं को न्याय दिलाने हेतु मदद गरीबों की सेवा ।
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धन्यवाद।