हिंदी कविता संग्रह

जनता पर कविता | जनता का GOD | Hinglish Poem


जनता पर कविताआप पढ़ने जा रहे हैं वर्तमान में दुनिया की परिस्थिति को एक सुन्दर कविता के रूप में बताती, हिंदी और अंग्रेजी शब्दों के तालमेल से लिखी गयी एक बेहतरीन जनता पर कविता – जनता का GOD

जनता पर कविता

जनता पर कविता

सीधी साधी जिंदगी में
बहुत उतार-चढ़ाव आए हैं,
महसूस किया है मैंने
बहुत बदलाव आए हैं।
पगडंडी बन गई Road है
अब 
शरीफ बन गए Fraud हैं।
दो वक्त की रोटी दे दे जो
जनता के लिए वो God है।

आवाज गरीब की दब गई है
पैसे की खनक अब Loud है।
हो जाती हालत पतली है
फिर भी न मिलता Shroud है।
भूखे मरना Common है यहाँ
आवाज उठाना Odd है।
दो वक्त की रोटी दे दे जो
जनता के लिए वो God है।

बदल गया Culture अपना
पिता बन गए Dad हैं।
Fast हुई अब Generation
Manners अपनाते Bad हैं।
अपने बड़े बुजुर्ग बने अब
घर के Security Guard हैं।
दो वक्त की रोटी दे दे जो
जनता के लिए वो God है।

नई नई है Techno-logy
जो Use करें अब CAD हैं।
बड़े सयाने बनते सब
Internet की  चढी़ अब Fad है।
Phone नहीं दुनियादारी भी
अब रहती On Silent Mode है।
दो वक्त की रोटी दे दे जो
जनता के लिए वो God है।

है “अर्क” परेशान कि हालत
दुनिया की हो रही Dead है।
कोशिश जो की समझाने की
सब कहते हैं ये Mad है।
मेहनत करनी ही पड़ती है
सफलता का न कोई Code है।
दो वक्त की रोटी दे दे जो
जनता के लिए वो God है।


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