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पिता और पुत्र पर कविता :- पिता पुत्र की पहचान होता है | पिता पुत्र के रिश्ते पर कविता

by Sandeep Kumar Singh
3 minutes read

जीवन में अगर किसी पुरुष का कोई सच्चा मित्र होता है तो वो उसका पिता होता है। पिता ही पुत्र को चलना सीखाता है और जब तक जीवित रहता है पुत्र को सँभालने की पूरी कोशिश करता है। जवानी में ताकत से और बुढ़ापे में अनुभव से। बिना पिता के एक पुत्र की जिंदगी बहुत कष्टदायक होती है। बिना पिता के नाम के समाज में हमारा कोई अस्तित्व नहीं होता तो फिर पिता की क्या अहमियत है ये तो हम समझ ही सकते हैं। तो आइये पढ़ते हैं पिता पुत्र का रिश्ता बताती पिता और पुत्र पर कविता :-

पिता और पुत्र पर कविता

 

पिता पापा डैडीकोई छोटी मोटी हस्ती नहीं
वो उसके सपनों की जान होता है,
पिता सिर्फ़ पिता ही नहीं होता
पिता पुत्र की पहचान होता है।

प्यार करता है पुत्र से
उसके हक के लिए खड़ा होता है
पिता की ही छत्र छाया में
पुत्र धीरे-धीरे बड़ा होता है,
एक रिश्ते से बढ़कर वो
पुत्र का सम्मान होता है
पिता सिर्फ़ पिता ही नहीं होता
पिता पुत्र की पहचान होता है।

खुद घूमता है पैदल
पुत्र को कन्धों पर घुमाता है
कैसे जीना है इस दुनिया में
पिता ही तो ये सिखाता है,
जो किताबों से नहीं मिलता
ये वो ज्ञान होता है
पिता सिर्फ़ पिता ही नहीं होता
पिता पुत्र की पहचान होता है।

खुद सहता है तंगी
पुत्र के पूरे हर अरमान करता है
उसी के भविष्य की खातिर
अपना जीवन कुरबान करता है,
कितनी भी आयें तकलीफें
वो न कभी परेशान होता है
पिता सिर्फ़ पिता ही नहीं होता
पिता पुत्र की पहचान होता है।

जीवन की राहों में जब पुत्र
राह भटकता जाता है
बन गुरु पिता उसको तब
राह सही दिखलाता है,
दुखों से रखता दूर उसे
वो उसके चेहरे की मुस्कान होता है
पिता सिर्फ़ पिता ही नहीं होता
पिता पुत्र की पहचान होता है।

पिता पुत्र का मित्र
उसका सच्चा सखा होता है
उसके हाथों से ही उसका
सुनहरा कल लिखा होता है,
मानव के रूप में मिला हुआ
वो साक्षात् भगवान होता है
पिता सिर्फ़ पिता ही नहीं होता
पिता पुत्र की पहचान होता है।


‘ पिता और पुत्र पर कविता ‘ आपको कैसी लगी? अपने विचार हमारे अन्य पाठकों तक अवश्य पहुंचाएं।

पढ़िए पिता और पुत्र से संबंधित ये रचनाएं :-

धन्यवाद।

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6 comments

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Manoj xess सितम्बर 10, 2021 - 8:12 अपराह्न

बहुत बहुत धन्यवाद आपका ।
मैं किन शब्दों में ब्यान करू आपको कि ये सब कविताएं मेरे लिए और मेरी जीवन के लिए क्या अहमियत रखती है।
बहुत बहुत धन्यवाद आपका।

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Sandeep Garg फ़रवरी 13, 2021 - 8:50 अपराह्न

Bhai Papa mere bhi bahot achhe the chale gye jahan sab ko jana hai
Humesha Miss karta hun

Aur bhagwan se pray hai har janam mein Mujhe vo hi pita ke roop mein millen

I Love My Papa

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Manglam shukla अक्टूबर 20, 2019 - 7:52 अपराह्न

Sach me bhai mere papa v bahut special h
Mere harek glti ko maf karte h.
I LOVE YOU PAPA

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Bhagwant दिसम्बर 30, 2018 - 11:14 अपराह्न

Very nice Bhai Sach me Papa ke bena koi kuch nahi hai I Love Mere PAPA

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Yogi sinsinwar सितम्बर 28, 2018 - 8:33 अपराह्न

Wow ossssm ….i love it….m hi nhi duniya ka koi b aisa aadmi nhi hoga jisko ye pasand na aaye…..again ossssm…and good job….thnk q vry much sir ji

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh सितम्बर 28, 2018 - 10:26 अपराह्न

Yogi sinsinwar ji thanks a lot to you also….

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