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सावन की घटायें | वर्षा ऋतु और सावन के महीने में बहार पर कविता

by ApratimGroup
4 minutes read

ज्येष्ठ की तपती गर्मी से परेशान हर किसी को बारिश के आने का उम्मीद लगी रहती है। बारिश आने से एक बार फिर से प्यासी धरती को जैसे नया जीवन मिल जाता है। हर तरफ हरियाली छाने लगती है। जीव जंतु झुमने लगते है। सावन का महिना अपने बारिश के बूंदों के लिए जाना जाता है। बारिश में सावन की सुन्दरता को बताती एक कविता “सावन की घटायें” हमें भेजी है, छत्तीसगढ़ से अंगेश्वर बैस ने’।

सावन की घटायें

सावन की घटायें | वर्षा ऋतु और सावन के महीने में बहार पर कविता

सावन की घटायें,
बरखा बनके छाए,
हरी-भरी धरती सुन्दर,
सबके मन को लुभाए,
इस मौसम को छोड़ कर,
बहारे भला कहा जाये,
सतरंगी समाओ से भला,
पीछा कैसे छुडाएं,
प्यासी सुखी धरती पर,
जान छिड़क सी जाये,
सावन की घटायें
बरखा बनके छाए,

तेरे आ जाने से देखो,
मस्ती मन में छाए,
जीवो को नया जीवन देकर,
सबकी प्यास बुझाये,
तन की गर्मी को हर कर,
शीतलता सी दे जाये,
सूखे बाग़ बगीचों को,
हरियाली का तोहफा दे जाये,
चारो ओर हरियाली है,
कैसे न सदके जायें,
सावन की घटायें,
बरखा बनके छाए,

हवाओ में भी महक है,
जिसमे खींचे चले जाये,
बागो में यौवन सी है,
मन मचला सा जाये,
सुन्दरता तेरी इतनी है,
चंदा भी शरमा जाये,
आया ऐसा दिन आज है,
फिर न मिल न पाए,
सावन के सुन्दर ये दिन,
मन भर न पायें,
छोड़ न जाना हमको कभी,
हर दिन सावन आये,
हर दिन सावन आये।

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angeshwar bais

सावन के बहारो का बखान करती इस कविता को हमें भेजा है अंगेश्वर बैस ने जो छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में रहते है। अंगेश्वर बैस जी कविता और गीत लिखने के शौक़ीन है। हमारे ब्लॉग में ये उनकी सुरुवाती कविताएँ है। और आगे भी हमारे पाठको को उनकी कुछ बेहतरीन कविताएँ हमारे ब्लॉग में पढने को मिल सकती है।

आपको यह कविता कैसी लगी? अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।

धन्यवाद।


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13 comments

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ravji khristi जुलाई 11, 2023 - 11:48 अपराह्न

its very nice poetry
may god bless you more and more

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Syed Ibraheem hussain जनवरी 11, 2022 - 10:43 अपराह्न

nice :)

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Daksh मई 15, 2018 - 11:40 पूर्वाह्न

Best

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh मई 15, 2018 - 9:38 अपराह्न

धन्यवाद दक्ष जी।

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Aditya raj Thakur दिसम्बर 6, 2017 - 5:35 अपराह्न

Its very good poem

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh दिसम्बर 7, 2017 - 1:51 अपराह्न

धन्यवाद आदित्य राज ठाकुर जी।

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Deep Ekka अगस्त 6, 2017 - 6:13 पूर्वाह्न

Thanks my brother

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saurabh yadav जुलाई 14, 2017 - 7:47 पूर्वाह्न

Kya kavita h apaki

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ApratimGroup
ApratimGroup जुलाई 14, 2017 - 7:37 अपराह्न

धन्यवाद सौरभ यादव जी,

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Renu singhal जुलाई 3, 2017 - 2:36 अपराह्न

Sunder kavita

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ApratimGroup
ApratimGroup जुलाई 3, 2017 - 8:29 अपराह्न

धन्यवाद रेनू सिंघल जी..

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yashdeep vitthalani जुलाई 2, 2017 - 6:20 अपराह्न

kya kavita hai aapki
vah vah kya baat hai

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ApratimGroup
ApratimGroup जुलाई 3, 2017 - 8:28 अपराह्न

धन्यवाद यशदीप जी,

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