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नए साल पर कविता :- नया इतिहास रचाना है | नव वर्ष पर उत्साहवर्धक कविता

by Sandeep Kumar Singh
3 minutes read

नए साल पर मन में नई उमंगें हिलोरें मारने लगती हैं। लगभग सभी लोग नए साल में अपने लिए कुछ नए लक्ष्य निर्धारित करते हैं। जो वो बीते हुए साल में नहीं कर पाए। नया साल एक नयी शुरुआत करने का एक बहुत ही अच्छा बहाना होता है। बस उन्हीं लोगो के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हमने उनका उत्साह बढ़ाने के लिए एक छोटी सी कोशिश की है। तो आइये पढ़ें नए साल पर कविता और खुद को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें :-

नए साल पर कविता

नए साल पर कविता

भूल के बीती बातों को
एक नए मुकाम को पाना है,
नए साल में हमको एक
नया इतिहास रचाना है।

ऊपर हमको उठना है अब
उत्साह न ये गिरने पाए
छेड़ें ऐसा संगीत नया
पूरी दुनिया ही जो गाये,
रुकना नहीं है अब हमको
आगे कदम बढ़ाना है
नए साल में हमको एक
नया इतिहास रचाना है।

हमको समझें खोटे सिक्के जो
अब उनको हम दिखलायेंगे
चमकेंगे हीरे की तरह जब
वो दांतों तले ऊँगली दबायेंगे,
करके पूरी मेहनत हमको
अपना ऐसा नाम बनाना है
नए साल में हमको एक
नया इतिहास रचाना है।

गिरे बहुत हैं ठोकरों से
अब हमको नहीं गिरना है
कोई भी मुसीबत अब आये
हमको मंजूर भी भिड़ना है,
करके मजबूत इरादों को
हमें अपने लक्ष्य को पाना है
नए साल में हमको एक
नया इतिहास रचाना है।

तोड़ के सारे बंधन हमको
आसमान में उड़ना है
कदम जमीं पर ही रख के
सफलता की सीढ़ी चढ़ना है,
सब कुछ पाकर हमको
अहंकार से बचाना है
नए साल में हमको एक
नया इतिहास रचाना है।

आशायें माँ-बाप की हैं जो
उनको भी पूरा करना है
उम्मीद है कोई हमसे जिनको
उस पर भी खरा उतरना है,
प्रकाश हो सबके जीवन में
हमें ऐसी लौ को जलाना है
नए साल में हमको एक
नया इतिहास रचाना है।

पढ़िए: नव वर्ष पर हिंदी कविता

इस कविता का विडियो देखने के लिए नीचे क्लिक करें :-

पढ़िए :- नए साल की बेहतरीन शायरी

( नव वर्ष ) नए साल पर कविता ” नया इतिहास रचाना है ” के बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें।

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धन्यवाद।

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3 comments

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Beeran lal ahirwar दिसम्बर 31, 2017 - 7:52 पूर्वाह्न

कविता नये साल की

Reply
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Anurag prasad दिसम्बर 3, 2017 - 4:19 अपराह्न

Hello dear… Sandeep sir… Aaki कविताएँ बेहद शानदार रहती है… जो एक नई ऊर्जा और खुशियां अपार देती है… एक गुजारिश थी… आपकी कविताओं का मैं पाठ करना चाहता हूं… अपनी आवाज मे… अगर आप इज़ाज़त दे तो… क्या मैं कर सकता हूं…

Reply
Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh दिसम्बर 3, 2017 - 6:24 अपराह्न

Anurag जी कृपया पहले [email protected] पर मेल कर हमसे संपर्क करें। धन्यवाद।

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