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गुरु पूर्णिमा पर कविता | गुरु के लिए कविता | Poem On Guru Purnima In Hindi

by ApratimGroup
5 minutes read

Poem On Guru Purnima In Hindi ( गुरु के लिए कविता ) – महान कौन नही बनना चाहता? लेकिन महान बनने के लिए इन्सान को ज्ञान की आवश्यकता होती है, जो हमें मिलता है गुरु से। दोस्तों हर सफल इन्सान के जीवन में गुरु का एक अति विशिष्ट स्थान होता है। हमारे हिन्दू धर्म में तो गुरु के स्थान को भगवान से भी ऊँचा बताया गया है। इसी सदर्भ में गुरु की महिमा का वर्णन करता ये कविता हम आपके सामने गुरु पूर्णिमा और शिक्षक दिवस के लिए गुरु की महिमा पर कविता पेश कर रहे है।

Poem On Guru Purnima In Hindi
गुरु पूर्णिमा पर कविता

गुरु पूर्णिमा पर कविता

गुरु तेरे ज्ञान से बना हूँ मैं विद्वान,
तेरे आदर्शों पर चल कर बनना है महान,
मेरे अँधेरे जीवन में ज्ञान की ज्योत जलाई,
सिखलाया आपने मुझे नेकी और भलाई,
बताया आपने ही सफलता कैसे पाना है,
कितना ही ऊँचा चला जा, अभिमान कभी न करना है,
गुरु तेरे चरणों की धूल माथे पर सजाना है,
तेरे दिए उपदेशो को जग में फैलाना है,
कमजोरो-दुखियो को नेकी का करके दान,

गुरु तेरे ज्ञान से बना हूँ मैं विद्वान,
तेरे आदर्शों पर चलके बनना है महान।

हर मुश्किल घड़ी में धीरज रखना सिखाया था,
संसार के सारे जीवों से प्रेम भाव जगाया था,
गिरे को उठाना प्यासे को पानी,
ये सारी बाते सुने मैंने गुरु तेरे ही वानी,
प्रेम दया और करुणा का पाठ मुझे पढ़ाया था,
गुरु तुम ही ईश्वर हो तब समझ मै पाया था,
मन से लालच-लोभ मिटा कर,
पुण्य का नाम बढ़ाना आज हमने लिया है जान,

गुरु तेरे ज्ञान से बना हूँ मै विद्वान,
तेरे आदर्शो पर चलके बनना है महान।

धरती पर जब मैंने जनम लिया,
माँ बाप ने मुझे नाम दिया,
पर तेरे ज्ञान से ही समझ मै पाया था,
क्या बुरा क्या भला सारे भेद बतलाया था,
तेरे ज्ञान के प्रकाश से ही राह मैंने पाया था,
जिसने मुझे जीवन की मंजिल पार कराया था,
तेरे हर एक-एक वाणी को सलाम,
ऐ मेरे महान गुरु तुझको सत-सत प्रणाम,
ऐ मेरे महान गुरु तुझको सत सत प्रणाम।

गुरु तेरे ज्ञान से बना हूँ मै विद्वान,
तेरे आदर्शो पर चलकर बनना है महान।

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गुरु की महिमा का बखान करती गुरु पूर्णिमा पर कविता ( Poem On Guru Purnima In Hindi ) को हमें भेजा है अंगेश्वर बैस ने जो छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में रहते है। अंगेश्वर बैस जी कविता और गीत लिखने के शौक़ीन है। हमारे ब्लॉग में ये उनकी पहली कविता है। और आगे भी हमारे पाठको को उनकी कुछ बेहतरीन कविताएँ हमारे ब्लॉग में पढ़ने को मिल सकती है।

अगर आपको गुरु की महिमा पर कविता पसंद आयी, तो इसे शेयर करना ना भूलें ।

धन्यवाद।


Pic from: Prabhasakshi

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8 comments

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shiv मार्च 30, 2020 - 8:40 अपराह्न

Truly Teachers are the ones who shape our future.

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh अप्रैल 7, 2020 - 6:22 अपराह्न

Absolutely Right Shiv

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kana ram जुलाई 27, 2018 - 10:52 पूर्वाह्न

bahut khoob sir

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Sandeep Kumar Singh
Sandeep Kumar Singh जुलाई 28, 2018 - 9:15 पूर्वाह्न

Thanks Kana Ram ji..

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Hemlal अप्रैल 12, 2018 - 2:40 अपराह्न

bahut Sundar vichar Dete Hain aap log Hum Aapke Sabhi vicharon ko padte hai

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Priyanshu Kumar अगस्त 5, 2017 - 8:03 अपराह्न

Teachers are the best men of world

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Banshi जुलाई 9, 2017 - 10:13 पूर्वाह्न

Mere Gurujio ko koti koti pranam.. mom,dad aur mere sabhi teachers..

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ashutosh जून 30, 2017 - 1:53 पूर्वाह्न

हरि (भगवान्) और गुरु में कोई भेद नहीं है!!

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